प्यार का रंग

प्यार का रंग ऐसा है.
जिस पर चढ़ा वो प्रेममय हो गया
प्यार किसी से भी हो सकता है।
भगवान  से हो तो जीवन सफल हो जाता है,
कुछ नहीं है इस जीवन में.
अच्छे कामो को जाना जाता है
प्यार करो तो  सबसे करो,
जैसे राधा ने श्याम से किया
हर तरफ बिखेरो खुशियो का रंग
जिस रंग  सारे लोग भूल जाये
अपने गम

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

स्वप्न बिकते है

मुझे जाने दो

राखी का बंधन